tag:blogger.com,1999:blog-8366910128039332904.post6122630289951198878..comments2023-12-23T02:16:25.831-08:00Comments on काव्यांजलि: न्याय का हिसाबज्योति सिंहhttp://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8366910128039332904.post-60295599594351167952019-03-06T01:54:59.860-08:002019-03-06T01:54:59.860-08:00हर शब्द अपनी दास्ताँ बयां कर रहा है आगे कुछ कहने क...हर शब्द अपनी दास्ताँ बयां कर रहा है आगे कुछ कहने की गुंजाईश ही कहाँ है बधाई स्वीकारें<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8366910128039332904.post-50940641044332880522019-02-27T23:24:40.374-08:002019-02-27T23:24:40.374-08:00क्या आप बज़ट के अभाव में अपनी पुस्तक प्रकाशित नहीं...क्या आप बज़ट के अभाव में अपनी पुस्तक प्रकाशित नहीं करा पा रहे है? या आपको तकनीकि जानकारी नहीं है जिस कारण Do it Yourself (DIY) जैसी योजनाओं में भी आप पुस्तक प्रकाशित नहीं करा पा रहे है।<br /><br />हम जानते है लेखकों के साथ ऐसी कई समस्याएं होती है, इसलिए ऐसी कई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए लाएं है <b>स्पेशल स्वयं प्रकाशन योजना</b>। इस योजना को इस प्रकार तैयार किया गया है कि लेखक पर आर्थिक बोझ न पड़े और साथ ही लेखक को उचित रॉयल्टी भी मिले।<br /><br /><b>हमारा उद्देश्य :</b> लेखक के बज़ट में उच्च क्वालिटी की पुस्तकों का प्रकाशन एवं उच्चतम रॉयल्टी प्रतिशत (Highest Royalty Percentage)।<br /><br />अधिक जानकारी के लिए विजिट करें - <b><a href="https://www.prachidigital.in/special-offers/" rel="nofollow">https://www.prachidigital.in/special-offers/</a></b><br /><br /><i>हम नंबर 1 नहीं है, लेकिन लेखक को निराश नहीं होने देते है -</i> <b>प्राची डिजिटल पब्लिकेशन</b>Prachi Digital Publicationhttps://www.blogger.com/profile/09646313816453409258noreply@blogger.com