काव्यांजलि
रविवार, 7 जुलाई 2019
मंजर
जरा ठहर कर देख तो लेते,
मंज़र क्या है आगे का !
बहुत जरूरी रहे संभलना ,
किसको पता इरादों का !
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें