शनिवार, 31 अगस्त 2019

दर्द

आहिस्ता - आहिस्ता

दर्द घर में

पैर जमाता रहा _

और कुछ हल्की

कुछ गहरी छाप

अपनी शक्ल की

छोड़ता रहा ।

हम इसकी आमद से

घबराते रहे ,

ये अपना राज

फैलाता रहा ।



11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूबसूरती से द‍िल की बात बयां करती पंक्त‍ियां ... बहुत खूब ज्योत‍ि जी

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  2. बहुत बहुत धन्यवाद आपका ,हृदय से आभार प्रकट करती हूं

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  3. दर्द ऐसा ही होता है ...
    जब तक एहसास होता है ये फ़ैल जाता है ...
    गहरे भाव ...

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  4. " विडीओ ब्लॉग पंच में आपके एक ब्लॉगपोस्ट की शानदार चर्चा विडीओ ब्लॉग पंच 5 के एपिसोड में की गई है । "

    " जिसमे हमने 5 ब्लॉग लिंक पर चर्चा की है और उसमें से बेस्ट ब्लॉग चुना जाएगा , याद रहे पाठको के द्वारा वहाँ पर की गई कमेंट के आधार पर ही बेस्ट ब्लॉग पंच चुना जाएगा । "

    " आपको बताना हमारा फर्ज है की चर्चा की गई 5 लिंक में से एक ब्लॉग आपका भी है । तो कीजिये अपनो के साथ इस वीडियो ब्लॉग की लिंक शेयर और जीतिए बेस्ट ब्लॉगर का ब्लॉग पंच "

    " ब्लॉग पंच का उद्देश्य मात्र यही है कि आपके ब्लॉग पर अधिक पाठक आये और अच्छे पाठको को अच्छी पोस्ट पढ़ने मीले । "

    विडीओ ब्लॉग पंच 4 के एपिसोड में आपने देखा
    विडीओ ब्लॉग पंच 4

    विडीओ ब्लॉग पंच 5 की चर्चा हमने हमारे ब्लॉग पर भी की है शून्य में शून्य और विडीओ ब्लॉग पंच 5

    एक बार पधारकर आपकी अमूल्य कमेंट जरूर दे

    आपका अपना
    Enoxo multimedia

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  5. धन्यवाद रश्मि जी ,बहुत बहुत आभारी हूँ ,नमस्कार आपको

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  6. सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।

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