शुक्रवार, 29 मई 2009

सभी नज़रो का ग़लत अनुमान ,गधा महान

हर बात पे गधा कहना , है कितना आसान
किसी की बेवकूफी पे कहना ये ,है बहुत आम ,
गधा अपने गुणों से है बहुत महान ,
सहनशील ,मेहनती ,धीर ,गंभीर व शांत ,
ये सभी तो है महात्माओं के निशान ,
सीधे ,सादे ,सच्चे लोगो की है पहचान ,
बेचारा गधा ख़ास ,फिर भी है बदनाम ,
वेवज़ह सूली पे लटक रहा सरेआम ,
आगे जब भी दे , किसी को ऐसा सम्मान ,
सोचिये ,आप दे रहे उनको क्या स्थान ?

5 टिप्‍पणियां:

  1. सच कहा
    आम जीवन का सच यही है
    सादर

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  2. रचना रोचक है ....
    क्या होता है ...लेकिन क्या और कैसे होना चाहिए ..
    ये सन्देश भी पहुँच रहा है .
    बधाई

    ---मुफलिस---

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  3. swapn ji ,muflis ji aap dono ka shukriya .aadmi chup hai iska arth wo webkuf ho yah zaroori to nahi .karm to baraabar kar raha hai .

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