एक जीत नजर आती है... ......
है कठिन जमाना लिए दर्द गहरे
अन्यायों की दीवारों में ,
जख्मो की बेड़िया पड़ी हुई है
परवशता के विचारो में ।
रोते -रोते मोम के आँसू
बदल गये अब सिसकियो में ,
हर दर्द उठाती है मुस्कान
इस बेदर्द जमाने में
अन्यायों की दीवारों में ,
जख्मो की बेड़िया पड़ी हुई है
परवशता के विचारो में ।
रोते -रोते मोम के आँसू
बदल गये अब सिसकियो में ,
हर दर्द उठाती है मुस्कान
इस बेदर्द जमाने में
टिप्पणियाँ
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 24 मार्च 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जीवन के इन हारो में ।
रात को रौशन कर देगी कभी
चाँदनी अपने उजालो में ।
बेहतरीन रचना।
Suvichar on Life in Hindi
Friendship Dosti Shayari Status in Hindi
Yaari Dosti Shayari Status in Hindi
गर अंधेरा है तो रोशनी भी है
पकड़ कर रखो एक जुगनू उम्मीद का
सिसकियों के बीच कहीं मुस्कान भी है ।
बहुत बढ़िया लिखा ज्योति ।
मौन के अंतस में छुपे अनगिनत राज़ है
निराशा,उदासी,अंधेरे की कोख से फूटती
मद्धिम-सी रोशनी ही उम्मीद की आवाज़ है
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प्रिय ज्योति जी,
अपरिपक्व उम्र के खज़ाने में धीरे-धीरे जमा होते -होते वैचारिकी रत्नों का बेशकीमती भंडार और भी समृद्ध हो चुका है।
सुंदर अभिव्यक्ति
सस्नेह
सादर।
चाँदनी अपने उजालो में ।"
९ वी कक्षा में इतने गहरे भाव......लाज़बाब सृजन ज्योति जी,सादर नमन आपको
भावपूर्ण रचना
बहुत सुंदर
आग्रह है मेरे ब्लॉग को भी फॉलो करें
आभार