संदेश

न्याय का हिसाब

न्याय का हिसाब जब जब मुझे छोटा बनाया गया मेरे तजुर्बे के कद को बढ़ाया गया जब जब हँसकर दर्द सहा तब तब और आजमाया गया , समझने के वक्त समझाया गया क्या से क्या यहां बनाया गया , न्याय ...

आदमी

शीर्षक  --आदमी मुनाफे के लिए आदमी व्यापार बदलता है, खुशियों के लिए आदमी व्यवहार बदलता है , ज़िन्दगी के लिए आदमी रफ्तार बदलता है , देश के लिये आदमी सरकार बदलता है , तरक्की के लिए ...

हमेशा आगे रहूंगी

तुम अपनी आदते बदल दो मैं अपने इरादे बदल दूंगी , तुम अपनी जिद्द छोड़ दो मैं जीने की वजह दे दूंगी , तुम अपने कदम बढ़ाओ मैं चलने की हिम्मत दे दूंगी , तुम अपने हाथ बढ़ाओ मैं बढ़कर  थाम  लू...

अधूरे रहे

फिर से बच्चा बनना है बड़े होने पर सोचते रहे , बड़े होने की जल्दी रही जब हम बच्चे रहे ।   जो आसान  नजर आया वही रास्ता नापते रहे , हर वक्त जिम्मेदारियों से हम दूर भागते रहे । जो नहीं ...

मन के मोती

किस वादे पर  इंसान कर बैठा नफरत करके कोई पहल इसे मिटा क्यों नहीं देते , क्यों पैदा करते है दिलो में ऐसी हसरत जो सब कुछ आकर यहाँ उजार है देते । ………........................................... आदमी जिंदगी के जंगल मे...

एक रोज ...

अपनी धरती होगी अपना आसमान होगा , मान होगा सम्मान होगा हक़ का सारा सामान होगा, एक रोज औरत का सारा जहान होगा ।

औरत

औरत वो सवाल है वो जवाब है वो खूबसूरत सा खयाल है , वो आज है वो कल है हर समस्याओ का हल है , वो सहेली है वो पहेली है दुनिया की भीड़ में अकेली है । वो मोती है वो ज्योति है वो इस सृष्टि में ...