मुख़्तसर सी जिंदगी मे
कुछ बात बड़ी होनी चाहिए ,
कद भले ही छोटा हो
सोच बड़ी होनी चाहिए ।
हर बात पे तेरा-मेरा
अच्छा नही लगता यारो ,
शिकायतों से हटकर भी
कभी बात होनी चाहिये ।
तुम ,तुम हो, हम,हम है
इस बात पर दो राय
कभी भी किसी की
नही होनी चाहिये ।
इसलिए जब भी मिलो
इंसानियत के नाते मिलो
फिजूल मे बर्बादी नही
वक्त की होनी चाहिये ।
मुख़्तसर सी जिंदगी में ......
6 टिप्पणियां:
अच्छी कविता
आपकी आभारी हूँ ,धन्यवाद
बढ़िया कविता !
धन्यवाद दीदी
वाह, अच्छी सोच
Wah
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