मुख़्तसर सी जिंदगी मे
कुछ बात बड़ी होनी चाहिए ,
कद भले ही छोटा हो
सोच बड़ी होनी चाहिए ।
हर बात पे तेरा-मेरा
अच्छा नही लगता यारो ,
शिकायतों से हटकर भी
कभी बात होनी चाहिये ।
तुम ,तुम हो, हम,हम है
इस बात पर दो राय
कभी भी किसी की
नही होनी चाहिये ।
इसलिए जब भी मिलो
इंसानियत के नाते मिलो
फिजूल मे बर्बादी नही
वक्त की होनी चाहिये ।
मुख़्तसर सी जिंदगी में ......
अच्छी कविता
जवाब देंहटाएंआपकी आभारी हूँ ,धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबढ़िया कविता !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद दीदी
जवाब देंहटाएंवाह, अच्छी सोच
जवाब देंहटाएंWah
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