सोमवार, 15 जनवरी 2018

लेन -देन

पाना है तो देना है
बात समझ ये लेना है ।
बात बराबर न हो तो
बोझ न मन पर लेना है ।
तुम बेहतर हो ,कहकर
मन को समझा लेना है ।
मौका कहाँ ये सबको मिलता
बस इतना जान  लेना है ।
रब तुम पर है मेहरबान
इस बात पर खुश हो लेना है ।
पाना है तो देना है
बात समझ ये लेना है ।

2 टिप्‍पणियां:

संजय भास्‍कर ने कहा…

पाना है तो देना है
बहुत सुंदर.... आप हमेशा ही भावों का चित्रण जीवंत बना देती हैं......आभार

ज्योति सिंह ने कहा…

आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद संजय