मै देश हूँ तुम्हारा...........

मैं देश हूँ तुम्हारा 
मुझे प्यार से संवारो 
मैं देश हूँ तुम्हारा 
मुझे प्यार से संभालो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे संकट से उबारों 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे हरा- भरा कर डालो
मैं देश हूँ तुम्हारा 
मुझे हृदय में बसा लो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे बुरी नजरों से बचा लो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे अंधेरो से निकालो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे गले से लगा लो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मेरे भाग्य को जगमगा दो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मेरे सर पे ताज पहना दो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे आँखों में सजा लो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे सोच मे रच डालो 
मै देश हूँ तुम्हारा 
मुझे प्यार से संभालो ।

ज्योति सिंह 

जय जवान  जय किसान , जय हिंद, मेरे प्यारे देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई हो, 
गगन को चूमता रहे तिरंगा हमारा
खुशियों से लहराए तिरंगा हमारा.
धरती को नमन, आकाश को नमन, देश को नमन और हमारें देश के सारे वीरों को नमन, संपूर्ण सृष्टि को रचने वाले प्यारे प्रभु को नमन, 👏👏💐🌷

टिप्पणियाँ

Digvijay Agrawal ने कहा…
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन  में" आज बुधवार 27 जनवरी 2021 को साझा की गई है.........  "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ज्योति सिंह ने कहा…
बहुत बहुत धन्यबाद दिग्विजय जी
Amrita Tanmay ने कहा…
शुभकामनाएँ ।

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