नए साल के आने पर ..
ये साल गुजरा तो कितने बाते याद आई , क्या खोया क्या पाया सोच ये जहन में उभर आई । बही खाते अपने पन्ने धड़ा धड़ पलटने लगे , नफा - नुकसान का हिसाब फटाफट बताने लगे । वक़्त की रफ़्तार का तब गहरा अहसास हुआ , एक वर्ष गुजर गया इसका अंदाज हुआ । जिंदगी हम तुझसे और एक बर्ष दूर हो गये , सोचकर ये दिल और उदास हुआ । तभी इरादे को दृढ़ की अपनी सोच को नई दिशा दी , छूट गये जो काम गुजरे साल में करेंगे हम उन्हें पूरा इस नए साल मे । ................................................................... आप सभी मित्रो को नव बर्ष की ढेरो बधाइयां , नव बर्ष मंगलमय हो .