रहमत है उस खुदा की गुजर हो रहा है , हर हाल मे यहां सबका बसर हो रहा है . ,,,,,,,,,,,,,,,, जिस बात पर यकीन कभी होता नही था उस बात पर यकीं अब हो रहा है . ........... इतनी घनी आबादी और आदमी अकेला कहने को उसे अपना कोई नही मिल रहा है . "''''''' आदमी अठन्नी और खर्चा रुपया शौक इस कदर हमे ले डूब रहा है . ुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुु मकान का नक्शा कुछ इस तरह बनने लगा है जो जमीन पर था वो आसमान पर बस रहा है . ,,,,,,,,, वाकई मे दुनिया बहुत बदल गई इस बात का इल्म हमे हो रहा है .
संदेश
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कुछ बाते
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इस दुनिया से ज्यादा कही खुद को समझना मुश्किल है , जिस दिन हम खुद को समझ गये राह समझ लो सब मुमकिन है । >>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>> गुजरते वक़्त के साथ यहाँ कई बात बदल जाती है , मन तो बच्चा ही रहता है पर इच्छाये बड़ी हो जाती है । <<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<< आगे बढ़ने के लिए हमें बीती बातों से रिश्ता तोडना पड़ता है , जीवन को जीने के लिए कुछ बातों से समझौता करना पड़ता है। .
गरीबी
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इस जहां में गरीबी इतनी आसान नहीं यारो एक पेट के लिए आदमी कितना भटकता है यारो , कल के सूरज के लिए यहाँ कोई नहीं सोचता आज की शाम गुजर जाये यही बहुत है यारो , हर वक़्त वो इसकी फ़िक्र में घुलता रहता है रात से भी अधिक गहरा साया इसका है यारो , जीने के लिए तमाम कोशिशे करता रहता है वो आदमी जो है ,हिम्मत नहीं छोड़ता यारो , हालत इनकी संभल जाये हमेशा के लिए ही बस यही दुआ मिलकर अल्लाह से करो यारो ।