गुरुवार, 8 मार्च 2012

त्यौहार हमारे जीवन का अंग


किसी भी त्यौहार की गरिमा को बनाये रखना जरूरी है ,क्योंकि ये त्यौहार हमारी सभ्यता और संस्कृति को दर्शाते है ,ये हमें अपनी मातृभूमि से जोड़कर रखते है ,आपसी बैर को मिटा कर दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए प्रेरित करते है ,बुराई को नष्ट कर अच्छाई की राह पे ले जाते है ,त्यौहार हमारे जीवन को खुशहाल और रिश्तों को मजबूत बनाये रखने का जरिया है ,इसी की वजह से हमें दफ्तरों और विद्यालयों से ढेरो छुट्टियां मिलती है , जिससे व्यस्तता घटती है तथा खुशियों को बाटने का अवसर हाथ लगता है ,ये जीवन में उत्साह व उल्लास के रंग भरते है ,जिससे जीने का हौसला दुगुना हो जाता है ,भला सोचिये क्या किसी और देश की मिटटी इतनी रंग बिरंगी है ,जितनी हमारे भारत देश की ,त्यौहार जीने का आधार है ,तभी तो हमें इससे प्यार है ,इसलिए हम सभी भारत वासियों की जिम्मेदारी बनती है कि इन त्योहारों की रौनक को बरकरार रखे ,इसके महत्व को कम न होने दे ,कितनी ही महंगाई क्यों न हो पकवानों को चखने का मौका इन्ही अवसरों पर मिलता है ,नूतन परिधान लेने का मौका हाथ लगता है ,घरो की सफाई भी हो जाती है इसी बहाने ,कितने फायदे है इनके होने से ,इनके स्वागत की तैयारी में ऐसे जुट जाते हम लोग कि परेशानी क्या होती है कुछ समय के लिए भूल जाते है ,सोचिये कितने प्यारे है अपने त्यौहार ,कुछ मीठा हो जाये की रस्म निभाते हुए आशीष ले और दे ,प्रेम से गले मिले और किसी प्रकार की कोई गन्दगी ना मचाये ताकि त्योहारों की पवित्रता बनी रहें ,यही निवेदन करती हूँ अपने देशवासियों से , रंग और गुलाल के साथ सभी को होली की शुभकामनाये l

गुरुवार, 1 मार्च 2012

जमीर


उसका जमीर
आज भी
जिन्दा है ,
तभी तो खड़ा हो
आइने के आगे
वह शर्मिंदा है .

सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

चुप्पी


देखते

समझते

जानते हुए भी

वह कुछ नही बोला ,

बात कुछ अवश्य रही

तभी तो उसने

मुंह नही खोला l