संदेश

जनवरी, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
चित्र
जरा  ठहर  कर  देखते  है   मंज़र  क्या  है  आगे  का  , बहुत  जरूरी  है  संभलना  पता  चलता  नहीं  इरादो  का।