कब तक और ____
कहाँ तक
इन्तजार में खड़े रहकर
तुम्हारे सहारे को तकते रहें __
कभी तो
कहीं तो
तुम छोड़ ही दोगे
ऊब कर ।
बैसाखी तो हो नही
जो पास में रख लू ।
इतना ही काफी है
जो तुमने खड़ा कर दिया ___
दौड़ भले न पाऊं
तुम्हारे बगैर ,
मगर चल तो लूंगी अब ,
धीरे -धीरे ही सही
गिरते -पड़ते लड़खड़ाते ,
एक दिन दौड़ने भी लगूंगी ।
गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021
रविवार, 21 फ़रवरी 2021
जिंदगी से सब.....
मुक्कमल जहां किसी को
मिलता नही
न मिले न सही
कोई बात नही ,
दुनिया को समझने के लिए
जानने के लिए
जिंदगी ही काफी है
यहाँ जिंदगी ही बहुत कुछ
दे देती है हमें
ये भी कम नहीं ,
ये जिंदगी ही
सही सलामत रहे
बहुत है कही ।
****************
ये जिंदगी यू ही कुछ नहीं देती
बहुत कुछ देती है तो बहुत कुछ ले भी है लेती
यहाँ जिंदगी से बढ़ कर जिंदगी से पहले कुछ नहीं
इसी की वजह से सारी जरूरतें सारी बातें है होती,
ये सही सलामत है तब तक सब कुछ साथ है ।
जिस दिन ये नही उस दिन फिर कुछ नहीं ,
वजह भी यही, बेवजह भी यही हैं, इसलिए जो है जितना है उसे ही संभाल कर रक्खा जाये ,उसी के लिए दुआ किया जाये, सुख दुख सारे इसी के साथ है,जो कुछ अच्छा होता है मिलता है ,उसके लिए अपने मालिक का शुक्रिया अदा करे, जाने के बाद भी जो साथ रहता है वो है काम, एहसास ,कर्म, प्यार। इन्ही की कद्र करनी चाहिए, इन्ही की हिफाजत करनी चाहिए ,हम सभी इंसान को , यहाँ हौसले से काम बनते हैं, हथियार से नही, यहाँ हौसला जीतता है ,हथियार नही ।
यू तो कोई गिला नहीं
सबकुछ था क्या न था
फिर भी एक कमी सी थी
जिसका पता न था,
जाने क्या बात हुई
जाने क्या बात हुई?
शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021
उम्मीद.......
जिस उम्मीद के साथ हम
कुछ कहने को जाते है
उस उम्मीद के साथ हम
लौट कर नही आते हैं ,
तभी तो उन लोगों से हम
कुछ नहीं कह पाते है
बात समझने की जगह जो
बात को बढ़ा जाते है ।
गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021
संगदिल
तुम तो पत्थर की मूरत हो
नज़र आते , अजंता की सूरत हो ,
जहां प्रेम तो झलकता बखूबी
पर अहसास नही जिन्दा कही भी ,
हर बात बेअसर है तुम पर
जो समझ से मेरे है ऊपर ,
सब बात पे आसानी से कह जाते
कोई फर्क नही पड़ता हम पर ,
इस हाड़ मांस के पुतले में
दिल तो नही ,हो गया कही पत्थर ?
तुम कह गए और हम मान गये
यहाँ बात नही होती ,पूरी दिलबर ,
क्या ऐसा भी संभव है
यह प्रश्न खड़ा ,मेरे मन पर ,
छोड़ो अब इसे जाने दो ,देखेंगे
क्या होगा आगे आने पर ।
शुक्रवार, 29 जनवरी 2021
प्यारे बापू कोटि कोटि प्रणाम
बापू की चप्पल
बापू की धोती
बापू की ऐनक
बापू की लाठी
ये सब थे बापू के साथी
बापू का चरखा
बापू के सूत
बापू के विचार
बापू सत्य के सपूत
बापू का दृढ़ संकल्प अटूट
नही कभी आराम
नही कही विश्राम
बापू का रहा
बस चलना काम
बापू की पूजा उनका काम
बापू थे संत
भारत के रत्न
लिए फिरते थे
आजादी के स्वप्न
युग के गौतम शत शत नमन
भारत को आजाद कराया
अंग्रेजों को मार भगाया
नमक आंदोलन तुमने चलवाया
डांडी यात्रा भी करवाया
देश के प्रति कर्तव्य अपने तुमने खूब निभाया
देश तुम्हारी है संतान
राष्ट्रपिता तुम सबके महान
किया न्योछावर देश के लिए
खाकर गोली अपने प्राण
सारे जग को तुम पर अभिमान
युग के गौतम करुणा धाम
प्यारे बापू कोटि कोटि प्रणाम.
बुधवार, 27 जनवरी 2021
एक अजीब बाजार है दुनिया
एक अजीब बाजार है दुनिया
जिंदगी की खरीदार है दुनिया,
मोल खुशी का है नही कोई
गम की हिस्सेदार है दुनिया,
सच की कीमत को न समझे
झूठ का करती व्यापार है दुनिया,
सौदा करने का ढंग न आये
हिसाब मे बड़ी बेकार है दुनिया,
रिश्तों की पहचान है मुश्किल
रहस्य भरी किरदार है दुनिया,
समझदारों की कमी नहीं है
फिर क्यों नही समझदार है दुनिया,
राह है सीधी ,सफर है मुश्किल
कैसी ये बरखुरदार है दुनिया ।
मंगलवार, 26 जनवरी 2021
मै देश हूँ तुम्हारा...........
मैं देश हूँ तुम्हारा
मुझे प्यार से संवारो
मैं देश हूँ तुम्हारा
मुझे प्यार से संभालो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे संकट से उबारों
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे हरा- भरा कर डालो
मैं देश हूँ तुम्हारा
मुझे हृदय में बसा लो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे बुरी नजरों से बचा लो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे अंधेरो से निकालो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे गले से लगा लो
मै देश हूँ तुम्हारा
मेरे भाग्य को जगमगा दो
मै देश हूँ तुम्हारा
मेरे सर पे ताज पहना दो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे आँखों में सजा लो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे सोच मे रच डालो
मै देश हूँ तुम्हारा
मुझे प्यार से संभालो ।
ज्योति सिंह
जय जवान जय किसान , जय हिंद, मेरे प्यारे देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई हो,
गगन को चूमता रहे तिरंगा हमारा
खुशियों से लहराए तिरंगा हमारा.
धरती को नमन, आकाश को नमन, देश को नमन और हमारें देश के सारे वीरों को नमन, संपूर्ण सृष्टि को रचने वाले प्यारे प्रभु को नमन, 👏👏💐🌷
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