कथा सार


कितने सुलझे

फिर भी उलझे ,

जीवन के पन्नो में

शब्दों जैसे बिखरे ।

जोड़ रहे जज्बातों को

तोड़ रहे संवेदनाएं ,

अपनी कथा का सार

हम ही नही खोज पाये ।

पहले पृष्ठ की भूमिका में

बंधे हुए है , अब भी ,

अंत का हल लिए हुए

आधे में है अटके ।

और तलाश में भटक रहे

अंत भला हो जाये ,

लगे हुए पुरजोर प्रयत्न में

यह कथा मोड़ पे लाये ।

टिप्पणियाँ

शब्दों , पन्नों और ज़ज्बातों का सुंदर अंतर्द्वंद उकेरा ....बहुत बढ़िया
जीवन यह तर जाये,
केवल अन्त भला हो जाये।
पहले पृष्ठ की भूमिका में
बंधे हुए है , अब भी ,
अंत का हल लिए हुए...
क्या बात है ज्योति जी, वाह.
गहन चिंतन ..अच्छी प्रस्तुति


चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 15 -03 - 2011
को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..

http://charchamanch.uchcharan.com/
kshama ने कहा…
Are wah! Kitni sundar rachana likhi hai!Aisihi hoti hai zindagee!
Jyoti,mera sim card delete ho gaya hai.Pls apna cell no dobara dedo!
Dashboard parse jin blogs ko follow karti hun,wo list bhee gayab hai! Badi pareshan hun!
Rakesh Kumar ने कहा…
"अंत भला हो जाये ,
लगे हुए पुरजोर प्रयत्न में
यह कथा मोड़ पे लाये ।"
अंत भला सो भला.आपका पुरजोर प्रयत्न सराहनीय है.कहते हैं कोशिश करनेवालों की परमात्मा भी मदद करते हैं.आपकी कथा मोड पर ही नहीं मंजिल तक जायेगी.खूबसूरत अभिव्यक्ति .
Er. सत्यम शिवम ने कहा…
जीवन का सार यही है...बहुत सुंदर।
साहित्य प्रेमी संघ
Deepak Saini ने कहा…
गहन चिंतन ..अच्छी प्रस्तुति
सच है जीवन का प्रथम पृष्ट का अर्थ खोजते हुवे ही कितना समय गुज़ार देता है ...
बहुत लाजवाब रचना है ...
vandana gupta ने कहा…
बेहद गहन अभिव्यक्ति………
राज भाटिय़ा ने कहा…
बहुत अच्छी प्रस्तुति !! धन्यवाद
खूबसूरत। काव्य कौशल की झलक प्रभावशाली है।
विशाल ने कहा…
बहुत ही उम्दा रचना.

पहले पृष्ठ की भूमिका में
बंधे हुए है , अब भी ,
अंत का हल लिए हुए
आधे में है अटके ।
और तलाश में भटक रहे
अंत भला हो जाये ,
लगे हुए पुरजोर प्रयत्न में
यह कथा मोड़ पे लाये ।

बहुत ही खूब.
आपकी कलम को शुभ कामनाएं.
rajesh singh kshatri ने कहा…
आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
Kunwar Kusumesh ने कहा…
गहन सोंच , गहन चिंतन.
होली की हार्दिक शुभकामनायें.
Satish Saxena ने कहा…
बहुत खूब ज्योति जी ! शुभकामनायें होली की !
Rakesh Kumar ने कहा…
होली पर आपको ,समस्त परिवार को और सभी ब्लोगर जन को हार्दिक शुभ कामनाएँ .
हरकीरत ' हीर' ने कहा…
कुछ ठहरे ठहरे से हैं कदम ....
क्या बात है ???
Alpana Verma ने कहा…
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ज्योति..जीवन दर्शन /जीवन का सार ..
आप को भी और आप के परिवार में सभी को होली की ढेरों अंग बिरंगी शुभकामनाएँ .
अल्पना
Smart Indian ने कहा…
आपको होली के पर्व की हार्दिक मंगलकामनाएं!
Apanatva ने कहा…
ab swasthy me sudhar hai .
aaj hee laptop touch kiya hai.
bahut kamee mahsoos hotee rahee blog jagat se tatsth rahne ke karan.
aapkee message aaj hee dekhee pahile walee bhee.
aatmiyta choo gayee.
jo kuch japan me ghata jindgiyo ke sath lagta nahee ki humare niyantran me ant hai.
BrijmohanShrivastava ने कहा…
होली का त्यौहार आपके सुखद जीवन और सुखी परिवार में और भी रंग विरंगी खुशयां बिखेरे यही कामना
Rajesh Kumar 'Nachiketa' ने कहा…
होली की बहुत बहुत शुभकामना....
devendra gautam ने कहा…
अच्छी कविता. बधाई!
Rajendra Rathore ने कहा…
आपको होली की रंग भरी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ !
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
मदन शर्मा ने कहा…
गहन चिंतन .. खूबसूरत अभिव्यक्ति
होली के पावन पर्व पर आप सभी को आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर से प्रार्थना है कि रंगों का यह अद्भुत पर्व आप सभी के जीवन में हर्ष और उल्लास, सुख तथा समृद्धि तथा स्वास्थ्य और सफलता की ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये ! होली मुबारक हो !
सुन्दर रचना !
आपको और आपके परिवार को होली की शुभकामनायें !
केवल राम ने कहा…
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें
Urmi ने कहा…
बहुत बढ़िया ! अच्छी प्रस्तुति !
आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
M VERMA ने कहा…
अंतर्द्वन्द का सुन्दर भाव सम्प्रेषण
बहुत खूब
बाबुषा ने कहा…
Arre haan ! aap to padosan hain humaari ! :)
aur haan, khoob achha likha hai aapne. Mujhe parha iske liye hriday se abhaari hun!
hamarivani ने कहा…
मेरी लड़ाई Corruption के खिलाफ है आपके साथ के बिना अधूरी है आप सभी मेरे ब्लॉग को follow करके और follow कराके मेरी मिम्मत बढ़ाये, और मेरा साथ दे ..

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