प्रिय ब्लागर आपको जानकर अति हर्ष होगा कि एक नये ब्लाग संकलक / रीडर का शुभारंभ किया गया है और उसमें आपका ब्लाग भी शामिल किया गया है । कृपया एक बार जांच लें कि आपका ब्लाग सही श्रेणी में है अथवा नही और यदि आपके एक से ज्यादा ब्लाग हैं तो अन्य ब्लाग्स के बारे में वेबसाइट पर जाकर सूचना दे सकते हैं
6 टिप्पणियां:
इस खलिश को दूर खुद की करना होता है ... जो है उसे पान जरूर चाहिए ... सफर एक हो सके ऐसा प्रयास होना चाहिए ...
मनचाहा नही मिलता हमेशा । ऐसे में टीस तो रहती है । और कविता बन जाती है ।
apna socha hota kahan hai bas tis hi rah jati hai
rachana
वाह...सुन्दर कविता. लिखती रहो..
प्रिय ब्लागर
आपको जानकर अति हर्ष होगा कि एक नये ब्लाग संकलक / रीडर का शुभारंभ किया गया है और उसमें आपका ब्लाग भी शामिल किया गया है । कृपया एक बार जांच लें कि आपका ब्लाग सही श्रेणी में है अथवा नही और यदि आपके एक से ज्यादा ब्लाग हैं तो अन्य ब्लाग्स के बारे में वेबसाइट पर जाकर सूचना दे सकते हैं
welcome to Hindi blog reader
वाह ! बहुत बढ़िया प्रस्तुति . आभार . नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं .
कृ्प्या विसिट करें : http://swapniljewels.blogspot.in/2014/01/blog-post_5.html
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