नया साल शुभ हो ज्योति.बहुत दिनों बाद दिखाई दी हैं.चित्र और कविता की पंक्तियाँ दोनों सुन्दर !शीर्षक नहीं दिया कविता को?
सुन्दर कविता.वास्तव में ठहर कर देखना और संभलकर चलना जरुरी है.शुभकामनाएँ ज्योति जी.
बहुत सुंदर प्रस्तुति
नया साल सबके लिए शुभ हो
सही कहा आपने । नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
संभालना जरूरी है जीवन में ... कदम कदम पे दुश्वारियां होती हैं ...
जरा ठहर कर देख तो लेते, मंज़र क्या है आगे का !बहुत जरूरी रहे संभलना ,किसको पता इरादों का ! कमाल के भाव हैं ! प्रभावशाली . . .
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7 टिप्पणियां:
नया साल शुभ हो ज्योति.बहुत दिनों बाद दिखाई दी हैं.चित्र और कविता की पंक्तियाँ दोनों सुन्दर !
शीर्षक नहीं दिया कविता को?
सुन्दर कविता.
वास्तव में ठहर कर देखना
और संभलकर चलना जरुरी है.
शुभकामनाएँ ज्योति जी.
बहुत सुंदर प्रस्तुति
नया साल सबके लिए शुभ हो
सही कहा आपने । नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
संभालना जरूरी है जीवन में ... कदम कदम पे दुश्वारियां होती हैं ...
जरा ठहर कर देख तो लेते, मंज़र क्या है आगे का !
बहुत जरूरी रहे संभलना ,किसको पता इरादों का !
कमाल के भाव हैं ! प्रभावशाली . . .
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