बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...
एक चेतावनी सी देती रचना.....अच्छी लगी
सच ही कहा आपने, एक बहुत सच्ची बात
वाह क्या बात है. अति सुंदर भाव
सुन्दर रचना, सुन्दर तस्वीर के साथ. आभार.
Sahi hai .. ye eitbaar kabhi kabhi sahi vaqt par dokha de jaata hai ..
वक्त कब क्या रंग बदले कौन जाने?'यकीन बन कर आये ..चाहो तो रोक लो '..सच्चे भाव हैं.
बढ़िया प्रस्तुति
panee ke bulbule sa hota hai ye...........sandesh lite achee rachana......
गहन चिन्तन मंथन.अच्छी लगी रचना.
सुन्दर रचना.
ज्योति जी, लगभग सभी कवितायें मैने आपकी पढीं.आप अच्छा लिखती हैं. लेकिन आपकी कुछ कविताओं में भाव स्पष्ट नहीं हो पाया, आप कविता में कहना क्या चाहतीं हैं. अभी और मेहनत कीजिये. शुभकामनायें.
इस एतबार का कुछ कहा न जाए,कुछ पल पहले साथआगे धोखा दे जाए।सुन्दर रचना!!
acchi rachan hai... vivj2000.blogspot.com
Yah baat, jeevan path pe chal ke hee samajh sakte hain!
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15 टिप्पणियां:
बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...
एक चेतावनी सी देती रचना.....अच्छी लगी
सच ही कहा आपने, एक बहुत सच्ची बात
वाह क्या बात है. अति सुंदर भाव
सुन्दर रचना, सुन्दर तस्वीर के साथ. आभार.
Sahi hai .. ye eitbaar kabhi kabhi sahi vaqt par dokha de jaata hai ..
वक्त कब क्या रंग बदले कौन जाने?
'यकीन बन कर आये ..चाहो तो रोक लो '..सच्चे भाव हैं.
बढ़िया प्रस्तुति
panee ke bulbule sa hota hai ye...........
sandesh lite achee rachana......
गहन चिन्तन मंथन.
अच्छी लगी रचना.
सुन्दर रचना.
ज्योति जी, लगभग सभी कवितायें मैने आपकी पढीं.आप अच्छा लिखती हैं. लेकिन आपकी कुछ कविताओं में भाव स्पष्ट नहीं हो पाया, आप कविता में कहना क्या चाहतीं हैं. अभी और मेहनत कीजिये. शुभकामनायें.
इस एतबार का कुछ
कहा न जाए,
कुछ पल पहले साथ
आगे धोखा दे जाए।
सुन्दर रचना!!
acchi rachan hai...
vivj2000.blogspot.com
Yah baat, jeevan path pe chal ke hee samajh sakte hain!
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