ज्ञानीजन और अज्ञानीजन की चुप्पी के अपने अपने कारण हैं.
वैसे चुप रहना भी एक बहुत बड़ा गुण है. ज्ञानियों की सभा में यदि मूर्ख चुप रह पाए तो वह भी ग्यानी ही समझ लिया जाता है. इसलिए भर्तहरी ने 'चुप' को अज्ञानियों का गहना बताया है.
आप मेरे ब्लॉग पर आतीं हैं तो मुझ में नए उत्साह का संचार हो जाता है.
26 टिप्पणियां:
जानबूझ कर तो कोई अनजान नहीं बनता है
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी..
anboojha anjana paheli sa .
बहुत ही बढ़िया।
प्रेम दिवस की हार्दिक बधाई।
सार
लब ना हिला हो मगर
आँखों से बयाँ तो हो ही गया होगा !
सुंदर प्रस्तुति !
kya bat hain bahut khoob
http://drivingwithpen.blogspot.in/
बढिया है बहुत बढिया :) :)
कभी कभी मौन भी बहुत कुछ कह जाता है....
ईद का चाँद होती जा रही हैं, आज कल कहाँ है ज्योति जी?
ऐसे अवसर में कहाँ कुछ कहा जाता है सब कुछ .....चुप रहना भी नहीं गवारा .....बड़ा असमंजस है यह .....!
विचारणीय..... सशक्त अभिव्यक्ति
बहुत अच्छी प्रस्तुति,बेहतरीन
MY NEW POST ...कामयाबी...
moun bhi mek bhasha hai mujhe aesa lagta hai .sunder bhaon se saji kavita
rachana
बहुत ही मनभावन प्रस्तुति । आपने तो दिल ही जीत लिया । मेरे पोस्ट पर आकर मेरा भी मनोबल बढ़ाएं। धन्यवाद ।
बोलने के लिए अपराध मुक्त और पाप रहित अंतर्मन चाहिए!
http://4timeprayer4u.blogspot.in/
अच्छा लगा इतने दिनों बाद आपको देखना ...
गहरी रचना के साथ भाव रक्खे हैं ...
बेहतरीन प्रस्तुति,...बढ़िया सुंदर रचना.....
MY NEW POST ...काव्यान्जलि...सम्बोधन...
जी, कभी कभी ऐसा भी होता है.
मुँह खोलने और न खोलने का निर्णय एक
अहम निर्णय है.
ज्ञानीजन और अज्ञानीजन की चुप्पी
के अपने अपने कारण हैं.
वैसे चुप रहना भी एक बहुत बड़ा गुण है.
ज्ञानियों की सभा में यदि मूर्ख चुप रह पाए
तो वह भी ग्यानी ही समझ लिया जाता है.
इसलिए भर्तहरी ने 'चुप' को अज्ञानियों का
गहना बताया है.
आप मेरे ब्लॉग पर आतीं हैं तो मुझ में
नए उत्साह का संचार हो जाता है.
बहुत बहुत हार्दिक आभार आपका,ज्योति जी.
गहन भाव लिए ।
बहुत,बेहतरीन,...
NEW POST...फुहार...हुस्न की बात...
मेरे रजिस्टर में आपको "अनुपस्थित" मार्क किया जा रहा है । मेरे पोस्ट "भगवती चरण वर्मा" पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।
MAUN BHI GUNJATA HAI.
MAUN EK SASHKAT ABHIWYAKTI HAI.
BAS AB AAPAKI BARI HAI USE SAMAJHANE KI.
SUNDAR RACHANA.GAGAR MEN SAGAR.
बहुत सुंदर प्रस्तुति । Welcome to my New Post.
आपका फालोवर बन रहाहूँ आपभी बने तो मुझे खुशी होगी,..
NEW POST काव्यान्जलि ...: चिंगारी...
kya baat kah di aapne ....bahut gahri or talkh sacchai ..exceelent
निश्चय ही चुप्पी के पीछे भाव भरे शब्दों का तूफान होता है.
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