अधूरे रहे
फिर से बच्चा बनना है
बड़े होने पर सोचते रहे ,
बड़े होने की जल्दी रही
जब हम बच्चे रहे ।
जो आसान नजर आया
वही रास्ता नापते रहे ,
हर वक्त जिम्मेदारियों से
हम दूर भागते रहे ।
जो नहीं होता है उसी की
हम चाहत रखते रहे ,
यही वजह है हुए पूरे नहीं
हम अधूरे रहे ।
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