रिश्ते...
रिश्तों को जरूरत न बनाओ
रिश्तों की जरूरत बन जाओ ।
रिश्तों को खूबसूरत बनाओ
रिश्तों को यू न ठुकराओ ।
तभी रिश्तें उम्र दराज हो पायेंगे
विषैले होने से हम बचा पायेंगे ।
कम जिंदगी भी लम्बी होगी
अफ़सोस की कही जगह न होगी ।
टिप्पणियाँ
रिश्तों की जरूरत बन जाओ ।
रिश्तों को खूबसूरत बनाओ
रिश्तों को यू न ठुकराओ ।
बहुत सुंदर कविता....
लेकिन कभी कभी रिश्ते ही ठुकरा दे तो
कोई क्या करे... तब तो सच मै विष ही घुल जाता है जिन्दगी मै.
धन्यवाद
विषैले होने से हम बचा पायेंगे ।
aap behteri likhti hai....
..Phir kehta hoon ki aap behteri likhti hain !!
'अप्प दीपो भव '