बेलगाम ख्यालो .....
हर क्षण , हर पल
फैसले यहाँ बदलते है ।
ज़िन्दगी जीने की चाह भी
कितने रंग में ढलती है ।
अस्थाई ख्वाहिशों के महल
निराधार ही होते है ।
बेलगाम ख्यालो के संग
फिर भी
हवाओ में सफर तय
करते है ।
फैसले यहाँ बदलते है ।
ज़िन्दगी जीने की चाह भी
कितने रंग में ढलती है ।
अस्थाई ख्वाहिशों के महल
निराधार ही होते है ।
बेलगाम ख्यालो के संग
फिर भी
हवाओ में सफर तय
करते है ।
टिप्पणियाँ
कुछ लाइने दिल के बडे करीब से गुज़र गई....
मे सफर तय करते हैं ।
प्रशंसनीय ।
किसमे ताकत है की हवाओं के रुख मोड पाए.
सुंदर शब्द रचना.
...बेलगाम ख्यालों के संग फिर भी..
..हवाओं में सफ़र तय करते हैं....
वाह...क्या बात है....
काव्य सृजन की बुलंदियों का
दस्तावेज है ख्यालों की ये परवाज़.