आखिर ऐसा हुआ क्यो ?
सही ही गलत का है हकदार क्यों ?
बेगुनाह को ही सजा हर बार क्यों ?
गीता और कुरान का मान घटा क्यों ?
सच जानते हुए भी झूठ चला क्यों ?
यहाँ धर्म और ईमान डगमगाया क्यों ?
यहाँ गलत करने का डर मिट गया क्यों ?
न्याय के आसरे फिर रहे कोई क्यों ?
इंसाफ के लिए भटके इधर -उधर क्यों ?
खून की जंग चल रही है क्यों ?
खून का रंग बदल रहा है क्यो ?
मानवता का इतिहास पलट गया क्यों ?
सब कब कैसे बदल गया क्यों ?
ऐसा होना तो नही चाहिये ,फिर हुआ क्यों ?
यकीन को खोना तो नहीं चाहिए ,फिर खोया क्यों ?
इतने मजबूर हालात है क्यो ?
उलझे-उलझे सवाल है क्यो ?
सही ही गलत का है हकदार क्यो ?
बेगुनाह को ही सजा हर बार क्यो ?
5 टिप्पणियां:
ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सब को हनुमान जयंती की हार्दिक मंगलकामनाएँ !!
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 19/04/2019 की बुलेटिन, " हनुमान जयंती की हार्दिक मंगलकामनाएँ - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
21/04/2019 को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में......
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना
चिन्तन को प्रेरित करता सृजन ।
बहुत से प्रश्न हैं पर उनका उत्तर कई बात समय के साथ मिलते हैं ... या कई बात मिलते ही नहीं हैं ... खोजने होते हैं सब जवाब खुद ही अपने अन्दर झाँकने से मिलते हैं कई जवाब ...
गहरी और अच्छी रचना है ...
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