लेन देन
जीवन की रीत यही है
जो देगा उसे ही मिलेगा
बीज बो और फूल खिलेगा
वृक्ष रोपो तो फल मिलेगा ,
लेन-देन की शृंखला ही
जीवन को परिपूर्ण करेगी ,
सुख -वैभव का आनंद देकर
जीवन मे उल्लास भरेगी ।
ज्योति सिंह
जीवन की रीत यही है
जो देगा उसे ही मिलेगा
बीज बो और फूल खिलेगा
वृक्ष रोपो तो फल मिलेगा ,
लेन-देन की शृंखला ही
जीवन को परिपूर्ण करेगी ,
सुख -वैभव का आनंद देकर
जीवन मे उल्लास भरेगी ।
ज्योति सिंह
टिप्पणियाँ
व्यवहारिक बात लिखी है ... सुन्दर ...