लेन देन

जीवन की रीत यही है
जो देगा उसे ही मिलेगा

बीज बो और फूल खिलेगा
वृक्ष रोपो तो फल मिलेगा ,

लेन-देन की शृंखला ही
जीवन को परिपूर्ण करेगी ,

सुख -वैभव का आनंद देकर
जीवन मे उल्लास भरेगी ।

ज्योति सिंह

टिप्पणियाँ

जिंदगी ऐसे ही चलती है ... पूर्ण होकर तो सिर्फ इश्वर आते हैं वर्ना इंसान का काम देंन लेंन से ही चलता है ...
व्यवहारिक बात लिखी है ... सुन्दर ...
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 08/04/2019 की बुलेटिन, " ८ अप्रैल - बहरों को सुनाने के लिये किए गए धमाके का दिन - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
Anuradha chauhan ने कहा…
बहुत खूब 👌👌

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