ममतामयी माँ

ममतामयी माँ


माँ मेरी माँ

सबकी माँ

जन्म से लेकर

अंतिम श्वास तक

जरूरत सबकी माँ

जीवन की हर

छोटी -छोटी बातों में

याद बहुत आती माँ

निश्छल ममता ,दया

करूणा की सूरत तुम माँ

निस्वार्थ सर्वस्व लुटाने वाली

त्याग की मूर्ती तुम माँ

मीठी लोरी से पलकों में

सुन्दर स्वप्न सजाती माँ

सहलाकर नर्म हाथो से

प्रेम का स्पर्श कराती माँ

तुम्हारे आँचल की छांव मे

सुख का जहां है माँ

सृष्टि की कल्पना ,है अधूरी

जो तुम नही हो माँ

अपनी फिक्र छोड़कर

सबकी फिक्र करने वाली माँ

बालो को कंघी से

सुलझाने वाली माँ

बड़े प्यार से निवाले को

मुंह में भरती माँ

उसके हाथों सा स्वाद

मिलेगा हमें कहाँ ,

बच्चो के हर सुख -दुख को

भांपने वाली माँ

कहे बिना ही मन के हर

भाव को पढ़ लेती माँ

सबकी चिन्ताओ को अपने

हृदय में समेटे माँ

जीवन के हर मोड़ पर

साथ निभाती माँ

जन्नत उसके चरणों में

है यहाँ बसा हुआ

ईश्वर का ही रूप है

दुनिया की हर माँ

हाथ जोड़कर ,शीश झुकाकर

हम करते नमन तुम्हें माँ ।

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टिप्पणियाँ

Jyoti Singh ने कहा…
धन्यवाद यशोदा जी
माँ अपने आप मे।सम्पूर्ण सृष्टी 🙏
माँ तो माँ है ... जीवन को जेते जी और फिर यादों में संवारती ही रहती है हमेशा ...
Jyoti Singh ने कहा…
सही कहा आप सभी ने ,माँ की तरह कोई नहीं हो सकता है ,आप सभी का आभार प्रकट करते हुए आप सभी को धन्यवाद
Kamini Sinha ने कहा…
क्षमा चाहती हूँ आमंत्रण में मैंने दिनांक गलत लिख दिया हैं ,आज 12 -5 -2020 की प्रस्तुति में आपका हार्दिक स्वागत हैं। असुविधा के लिए खेद हैं।
Jyoti Singh ने कहा…
बहुत बहुत शुक्रियां ,हृदय से आभारी हूँ नमस्कार
Jyoti Singh ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Jyoti Singh ने कहा…
बहुत बहुत धन्यवाद अनिता जी
माँ की तरह कोई नहीं हो सकता है
Jyoti Singh ने कहा…
हम सभी का यही मानना है ,इसलिए माता पिता का ध्यान रखना जरूरी है ।यही पहला कर्तव्य है हमारा ।धन्यवाद संजय

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