सोमवार, 2 अगस्त 2010

दर्द ..


आहिस्ता - आहिस्ता
दर्द घर में
पैर जमाता रहा _
और कुछ हल्की
कुछ गहरी छाप
अपनी शक्ल की
छोड़ता रहा
हम इसकी आमद से
घबराते रहे ,
ये अपना राज
फैलाता रहा

25 टिप्‍पणियां:

इस्मत ज़ैदी ने कहा…

क्या बात है !

हम इसकी आमद से
घबराते रहे ,
ये अपना राज
फैलाता रहा

बहुत बढ़िया ज्योति जी

Asha Joglekar ने कहा…

वाह दर्द का आहिस्ता से आना और चुपके से अपनी जडें जमाना बहुत बढिया ।

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत बढ़िया

Alpana Verma ने कहा…

दर्द अहिस्ता आहिस्ता ही आता है...कभी बिना आहट भी ...और चुपके से कब अपना राज कायम कर लेता है ..मालूम ही नहीं चलता .
बहुत सुंदरता से आप ने मन के भावों को अभिव्यक्त किया है .छोटी सी कविता गहरी सी बात कह दी..

Sadhana Vaid ने कहा…

बहुत सुन्दर ज्योतिजी बहुत अर्थपूर्ण रचना है आपकी ! बधाई !

kshama ने कहा…

Oh!Wah! Sach...bilkul aisahi hota hai..dard dekhte hi dekhte hamare jeevan me bas jata hai!

संजय भास्‍कर ने कहा…

हमेशा की तरह बहुत शशक्त रचना है...भावनाओं को शब्द देना कोई आपसे सीखे...बेहतरीन...मेरा अभिवादन स्वीकार करें...

अमिताभ मीत ने कहा…

बहुत ख़ूब.

nilesh mathur ने कहा…

बहुत सुन्दर, बेहद प्रभावशाली, कमाल कि अभिव्यक्ति!

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

कमाल की अभिव्यक्ति.... दिल को छू गई..

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

एक सच्ची अभिव्यक्ति

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…


ज्योति जी, दर्द को आपने बखूबी समझा है।

…………..
स्टोनहेंज के रहस्य… ।
चेल्सी की शादी में गिरिजेश भाई के न पहुँच पाने का दु:ख..

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत खुब धन्यवाद

रश्मि प्रभा... ने कहा…

dard ka aana... bahut gahri abhivyakti

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

हम इसकी आमद से
घबराते रहे ,
ये अपना राज
फैलाता रहा

क्या बात है..... !

बहुत बढ़िया....!!

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत बढिया रचना है !!बधाई।

अनामिका की सदायें ...... ने कहा…

थोड़े शब्दों में गहरी बात. बहुत सुंदर.

शिवम् मिश्रा ने कहा…

एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं !

SATYA ने कहा…

बहुत बढ़िया,
बहुत सुन्दर.

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

बहुत सुंदरता से आप ने मन के भावों को अभिव्यक्त किया है ...
बहुत बढ़िया....!!

शारदा अरोरा ने कहा…

और उसकी आहट शब्दों में उतरती रही ।

Akhilesh pal blog ने कहा…

bahoot sundar

निर्मला कपिला ने कहा…

बहुत बढिया चंद शब्दों मे गहरे भाव। आभार।

VIVEK VK JAIN ने कहा…

bahut badiya!

दिगम्बर नासवा ने कहा…

दर्द बहुत तेज़ी से फैलता है ... इसका कोई इलाज़ नही ...