जय मां हाटेशवरी....... आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है...... आप की इस रचना का लिंक भी...... 28/04/2019 को...... पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर..... शामिल किया गया है..... आप भी इस हलचल में...... सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक: https://www.halchalwith5links.blogspot.com धन्यवाद
जब मैं था तब हरि नहीं -- अब हरि हैं मैं नाही प्रेम गली अति सांकरी - टा में दो ना समाहि!!!!!!!!! आपकी रचना पढ़कर यही याद आया | मैं में सब होकर भी कंगाली है और हम में कुछ ना होकर भी खुश हाली है | सुंदर अर्थपूर्ण रचना | सस्नेह हार्दिक शुभकामनायें |
8 टिप्पणियां:
जय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
28/04/2019 को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में......
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धन्यवाद
जय माता की ,धन्यवाद ,हृदय से आपकी आभारी हूँ मैं
सार्थक रचना।
धन्यवाद आपका
वाह वाह बहुत खूब।
जब मैं था तब हरि नहीं -- अब हरि हैं मैं नाही
प्रेम गली अति सांकरी - टा में दो ना समाहि!!!!!!!!!
आपकी रचना पढ़कर यही याद आया | मैं में सब होकर भी कंगाली है और हम में कुछ ना होकर भी खुश हाली है | सुंदर अर्थपूर्ण रचना | सस्नेह हार्दिक शुभकामनायें |
वाह!!!
बहुत सुन्दर...
बहुत खूब....भावों की बहुत प्रभावी और सशक्त प्रस्तुति.
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