बड़े बड़े जंग जीते है
ये भी जीत जायेंगे ,
मन मे रक्खे धीरज
मुश्किल से निकल जायेंगे ,
ये समय नही सियासी बातों का
ये समय है जीवन रक्षा का,
संभल कर जो कदम बढ़ायेंगे
मंजिल तक पहुंच जायेंगे ,
हारेंगे नही हम हराएंगे
कोरोना को मार भगायेंगे,
बनी रही जो दूरियां
हम ये जंग जीत जायेंगे ।
6 टिप्पणियां:
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज गुरुवार 07 मई 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सुंदर रचना .. निश्चित ही हम ये जंग जीतेंगे ।
सकारात्मकता को सहेजती ये पंक्तियाँ निश्चय ही संबल देती हैं | सटीक पंक्तियाँ
बढ़िया ।
धन्यवाद अजय जी ,रेखा दीदी
धन्यवाद सुनील जी
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