इस दुनिया की तस्वीर बदल जाये
मेरे रहते मेरे सामने ही
ये दुनिया सँवर जाये ,
सुख- दुख आपस के बाँट सके
मिलजुल कर जीना आ जाये
जीवन का सार समझ ले सब
जीना आसान बना जाये,
सोने की चिड़ियाँ भले न हो
मन सबका सोना हो जाये,
बुरी बातों से तोड़ कर नाता
अच्छी बातों के संग हो जाये,
जीवन की ही नही सारी
दुनिया की तस्वीर बदल जाये
दिन भी रौशन होता रहे
रात भी जगमग हो जाये।
13 टिप्पणियां:
"सोने की चिड़ियाँ भले न हो मन सबका सोना हो जाये"
काश !! ऐसा हो जाये आपकी दिली तमन्ना पूरी हो... यही प्रार्थना मैं भी करुँगी।
दिल में सद्भावना जगाती लाज़बाब सृजन ज्योति जी,सादर नमन आपको
सुंदर भावनाओं से ओतप्रोत आशाओं से भरी अभिव्यक्ति,सभी अगर ऐसा सोचें तो जीवन बहुत ही खूबसूरती से भरा होगा, ईश्वर करे ऐसा ही हो..सादर शुभकामनाएं ।
हार्दिक आभार कामिनी जी और जिज्ञासा जी,आप सभी की दुआएँ जरूर असर दिखाएगी, ईश्वर करे ऐसा ही हो ।
दुआओ भरी खूबसूरत टिप्पणी के लिए तहे दिल से शुक्रिया
अहा , कितनी सुंदर तमन्ना । काश ये ज़रूर पूरी हो ।
सादर नमस्कार,
आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 19-03-2021) को
"माँ कहती है" (चर्चा अंक- 4010) पर होगी। आप भी सादर आमंत्रित हैं।
धन्यवाद.
…
"मीना भारद्वाज"
बहुत ही सुंदर भाव एक बेहतरीन रचना
बहुत शुभ भावना है, आमीन !
बहुत ही सुंदर
मेरी दिली तमन्ना है
इस दुनिया की तस्वीर बदल जाये
मेरे रहते मेरे सामने ही
ये दुनिया सँवर जाये ,
सुंदर आकांक्षा... आमीन 🌹🙏🌹
मेरी दिली तमन्ना है
इस दुनिया की तस्वीर बदल जाये
मेरे रहते मेरे सामने ही
ये दुनिया सँवर जाये ,
सुख- दुख आपस के बाँट सके
मिलजुल कर जीना आ जाये
जीवन का सार समझ ले सब
जीना आसान बना जाये,
सोने की चिड़ियाँ भले न हो
मन सबका सोना हो जाये,
बुरी बातों से तोड़ कर नाता
अच्छी बातों के संग हो जाये,
जीवन की ही नही सारी
दुनिया की तस्वीर बदल जाये
दिन भी रौशन होता रहे
रात भी जगमग हो जाये।
मेरी दिली तमन्ना है.......बहुत ही ख़ूबसूरत प्यारी सर कृति।
सादर नमस्कार आदरणीया ज्योति जी।
सुंदर भाव ,आमीन कहने से नहीं रुक सकती ।
काश ऐसा हो हमारे सामने कि ये जहाँ रहने योग्य बन जाए।
अप्रतिम सुंदर।
कृपया सर को सी पढ़े।
सादर
बहुत सुन्दर सराहनीय
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